📍धनेज दुबे (आजमगढ़, उत्तर प्रदेश):
धनेज दुबे गांव में हाल ही में संपन्न रुद्र महायज्ञ न केवल धार्मिक आयोजन के रूप में चर्चा में रहा, बल्कि एक भावनात्मक क्षण ने सभी का ध्यान खींचा — जब एक युवक ने अपनी वृद्ध चाची को पीठ पर बैठाकर पूरे परिसर की परिक्रमा कराई। यह दृश्य अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और लोग इसे “श्रद्धा और सेवा का अद्भुत उदाहरण” बता रहे हैं। वीडियो में नजर आ रहे युवक का नाम देवेन्द्र दुबे है, जो इसी गांव के निवासी हैं। उन्होंने यह कदम इसलिए उठाया ताकि उनकी बूढ़ी चाची भी परिक्रमा के पुण्यफल की सहभागी बन सकें। यह कार्य न केवल एक पारिवारिक प्रेम की मिसाल बना, बल्कि धर्म और मानवीय मूल्यों की गहराई को भी उजागर करता है। देवेन्द्र दुबे ने कहा, “यज्ञ केवल अग्नि में आहुति नहीं, बल्कि सेवा, समर्पण और करुणा की आंतरिक आहुति है।” “हमारी संस्कृति बुजुर्गों का सम्मान सिखाती है — यही सनातन धर्म की आत्मा है।” रुद्र महायज्ञ के दौरान पूरे गांव में वैदिक मंत्रों की गूंज, श्रद्धा का वातावरण और सामूहिक सहभागिता देखने लायक रही। ग्रामीणों ने पूरे आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लिया और आयोजन के अंत में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि धर्म केवल परंपरा नहीं, बल्कि जीवन के उच्च मूल्यों का अभ्यास है। देवेन्द्र दुबे का यह कार्य न केवल एक प्रेरणा है, बल्कि एक पीढ़ियों तक याद रखी जाने वाली मिसाल बन गया है।
धार्मिक समर्पण की मिसाल: रुद्र महायज्ञ में युवक ने बूढ़ी चाची को पीठ पर बैठा कर कराई परिक्रमा
