अहरौला, आज़मगढ़:
अहरौला विकास खंड के अंतर्गत आने वाले खालिसपुर ग्रामसभा में एक बड़ा ज़मीन कब्जा घोटाला सामने आया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, गांव में लगभग 250 बीघा सरकारी जमीन पर कुछ दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है।
इस गंभीर मामले को सबसे पहले उजागर किया ग्राम सभा के जागरूक नागरिक श्री दीपचंद्र दुबे ने। उन्होंने आरोप लगाया है कि वर्षों से यह जमीन सार्वजनिक कार्यों व ज़रूरतमंदों के लिए आरक्षित थी, लेकिन अब उस पर अवैध निर्माण और खेती की जा रही है।
दीपचंद्र दुबे ने बताया,
“सरकारी जमीन पर दबंगों का कब्जा ग्रामसभा के हक पर सीधा हमला है। हमने कई बार प्रशासन को सूचित किया, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। अब हम गांव के लोगों के साथ मिलकर आंदोलन की राह पर हैं।”
स्थानीय प्रशासन से जब इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो अधिकारियों ने जांच की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।
ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और वे मांग कर रहे हैं कि प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचे, अतिक्रमण हटाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
क्या कहता है कानून?
भारतीय कानून के तहत सरकारी जमीन (ग्राम समाज या चारागाह भूमि) पर किसी भी प्रकार का निजी कब्जा दंडनीय अपराध है। इसके बावजूद ऐसे मामलों में लापरवाही और राजनीतिक संरक्षण की शिकायतें आम होती जा रही हैं।
सवाल यह है कि –
क्या प्रशासन वाकई कार्रवाई करेगा? या यह मामला भी सिर्फ कागज़ों में जांच बनकर रह जाएगा?
रिपोर्ट: [विकाश दूबे मुहल्ला न्यूज़]
स्थान: अहरौला, आज़मगढ़