परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने आन लाइन हाजिरी का किया विरोध, काली पट्टी बांध कर किया शिक्षण कार्य
Category Education
Publish Date: 08-07-2024
आजमगढ़ ) । आन लाइन हाजिरी का परिषदीय शिक्षको ने विरोध किया है। शिक्षक अपने विद्यालय पर उपस्थित होकर उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर किया। अपने बांहों में काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन करते हुए शिक्षण कार्य किया।
पूरे प्रदेश में शिक्षकों के आनलाइन हाजिरी की चर्चा काफी दिनों से चल रही थी। विद्यालयों में शिक्षको को पहले टैबलेट पहले मिल चुका था। हाल ही में सिम उपलब्ध करा दिया। चर्चा चल रही थी की 15 जुलाई से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों से आनलाइन हाजिरी ली जायेगी। जिसको लेकर शिक्षक व कर्मियों में उपापोह की स्थिति बनी हुई थी। इसी बीच महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा के 6 जुलाई 24 के एक फरमान से हड़कंप मच गया। उन्होंने ने लिखा है कि 8 जुलाई से प्रातः 7-45 से 8 बजे आगमन और 2 बजे वापसी के समय आन लाइन शिक्षक , कर्मचारियों को हाजिरी देनी होगी। अगर किसी कारण देर हों गयी तो 8-30 बजे तक कारण सहित उपस्थित ली जायेगी।जिससे शिक्षक, कर्मचारी नाराज़ हैं। उन्होंने इसे तुगलकी आदेश बताया। पूरे प्रदेश में सिर्फ 9 लोगों ने हाजिरी लगाई है। आजमगढ़ जिले में किसी ने भी हाजिरी नहीं लगाई। इस लड़ाई में शिक्षकों के आलावा शिक्षा मित्र, अनुदेशक,अनुचर आदि शामिल हैं। यह पहली बार देखा जा रहा है कि आनलाइन हाजिरी के मुद्दे पर सभी संगठनों के लोग एक साथ हैं।
इस सम्बन्ध में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि हम शिक्षक है बंधुआ मजदूर नहीं। क्या करना है शिक्षक सब जानते हैं।यह शिष्टाचार हमने बुजुर्गों से सीखा है।सारा प्रयोग शिक्षको पर ही किया जा रहा है। हमें आनलाइन हाजिरी से ऐतराज नहीं है। लेकिन हमारे समस्याओं पर तो विचार हों। सुविधाएं सब छिनती जा रही है। उन्होंने ने कहा कि जब-जब यह तुगलकी फरमान वापस नहीं हो जाता है। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।