बूढ़नपुर में श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को दिया पहला अर्घ्य, शुक्रवार को उगते सूर्य को देंगे दूसरा अर्घ्य
Category Dharm
Publish Date: 07-11-2024
बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र में छठ महापर्व की धूमधाम से शुरुआत हो चुकी है। गुरुवार को श्रद्धालु महिलाओं ने पूरे विधि-विधान के साथ डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया। आस्था और समर्पण के इस पर्व पर चारों ओर भक्तिमय माहौल देखने को मिला। अब शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को दूसरा और अंतिम अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा का समापन होगा।
छठ महापर्व में छठ मैया और सूर्य देवता की आराधना की जाती है। मान्यता है कि छठ माता मनोकामना पूरी करने वाली देवी हैं, इसलिए जिनकी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं वे श्रद्धालु पूरे विधि-विधान के साथ इस व्रत को करते हैं। यह तीन दिनों का कठिन व्रत माना जाता है, जिसमें व्रती बिना अन्न और जल ग्रहण किए उपवास करते हैं।
पर्व की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है, जिसमें श्रद्धालु स्नान कर शुद्धता का संकल्प लेते हैं। दूसरे दिन खरना के अवसर पर संध्या समय प्रसाद बनाकर सूर्य को अर्पित किया जाता है। इसके बाद व्रती निर्जला उपवास रखते हैं और तीसरे दिन शाम को डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य देते हैं। शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के बाद इस कठिन व्रत का समापन होता है।
इस अवसर पर व्रती महिलाएं पारंपरिक परिधान पहनकर पूजा करती हैं और विशेष छठ गीत गाती हैं, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठता है। बूढ़नपुर के घाटों पर छठ पूजा के लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से इस महापर्व को मना सकें।