जिला अस्पताल आज़मगढ़: गंदगी, लापरवाही और दलाली का अड्डा
Category Crime
Publish Date: 01-12-2024
आज़मगढ़ जिले का प्रमुख सरकारी अस्पताल, जो क्षेत्र के मरीजों के लिए जीवन रेखा माना जाता है, इन दिनों बदइंतजामी और अव्यवस्था का शिकार हो गया है। अस्पताल में गंदगी का आलम ऐसा है कि मरीज और उनके तीमारदार दोनों परेशान हैं। न सिर्फ अस्पताल परिसर बल्कि वार्डों में भी सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है।
मरीजों की देखभाल में लापरवाही
अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्हें दिए जाने वाले खाने और पीने के सामान में मिलावट की शिकायतें आम हो गई हैं। मरीजों की स्वास्थ्य जांच और दवाइयों के प्रबंधन में भी लापरवाही बरती जा रही है।
स्टाफ की कमी बनी चुनौती
एक सफाई कर्मी ने बताया कि अस्पताल में स्टाफ की भारी कमी है, जिसके कारण साफ-सफाई और अन्य जरूरी व्यवस्थाओं को सही ढंग से निभाना मुश्किल हो रहा है। अस्पताल प्रशासन इस समस्या से अनजान बना हुआ है, या जानबूझकर इसे नजरअंदाज कर रहा है।
दलालों का बोलबाला
अस्पताल की ओपीडी में दलालों का सक्रिय नेटवर्क मरीजों को परेशान कर रहा है। मरीजों को मुफ्त या सस्ती सरकारी दवाइयां देने की बजाय बाहर की महंगी दवाइयां लिखी जा रही हैं। ऐसे में गरीब मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है।
सरकार की छवि को नुकसान
अस्पताल की अव्यवस्था के कारण सरकार की योजनाओं और प्रयासों की छवि धूमिल हो रही है। सरकार द्वारा मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ दलाली और लापरवाही की भेंट चढ़ रहा है।
जनता और प्रशासन से अपील
आम जनता ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से तत्काल कदम उठाने की मांग की है। अस्पताल की साफ-सफाई, स्टाफ की भर्ती और दलालों पर कार्रवाई के लिए सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है, ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
यदि इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आज़मगढ़ के इस प्रमुख अस्पताल की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।