पूर्वांचल के मालवीय स्व. रमाशंकर सिंह का जन्मदिन विद्यालय परिवार ने संकल्प दिवस के रूप में मनाया।* 7 दिसंबर,
Category Gaon-Dehat
Publish Date: 07-12-2024
आजमगढ़ के पश्चिमांचल कोयलसा में स्थित दर्जनों शिक्षण संस्थानों के संस्थापक स्वर्गीय रमाशंकर सिंह की पुण्यतिथि उद्योग विद्यालय इंटर कॉलेज कोयलसा आजमगढ़ के सभा कक्ष में मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक डा. निरंकार सिंह ने कहा कि आज हम सब जो कुछ भी है सब उन्हीं के दिखाए गए रास्ते और दिए गए प्रेरणा से है। डॉक्टर सिंह ने बताया कि स्वर्गीय रमाशंकर सिंह ने शिक्षण संस्था और उससे जुड़े सभी शिक्षक, कर्मचारीऔर छात्र को ही सदैव अपना परिवार माना, इसी का परिणाम है की एक साधारण से परिवार में जन्मे व्यक्ति ने इस क्षेत्र में शिक्षा की अलग जगह कर हजारों परिवारों को रोजी-रोटी और लाखों परिवारों को शिक्षा का दान देकर क्षेत्र के विकास में अपना योगदान दिया। आज ही के दिन स्वर्गीय रमाशंकर सिंह के अनुज स्वर्गीय राअवध सिंह की पुण्यतिथि पर उन्हें भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया, श्री राम अवध सिंह मध्य प्रदेश सरकार में उप जिलाधिकारी पद से सेवानिवृत होकर गांधी शताब्दी महाविद्यालय कोयलसा आजमगढ़ के दो दशकों से अधिक समय तक प्रबंधक रहे। उनकी ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा की आज भी क्षेत्र में चर्चा होती है। इस अवसर पर अपनी कक्षाओं में टॉपर छात्रों को स्वर्गीय रमाशंकर सिंह न्यास बोर्ड के माध्यम से प्रतिवर्ष दी जाने वाली छात्रवृत्ति एवं पुरस्कार राशि प्रबंधक डॉक्टर निरंकार सिंह द्वारा प्रदान की गई। इसमें नगद राशि के साथ-साथ प्रमाण पत्र बच्चों को दिया जाता है। आज पुरस्कार पाने वाले छात्रों मे हाई स्कूल में आलोक चतुर्वेदी इंटरमीडिएट विज्ञान वर्ग मे हेमन्त वर्मा इंटरमीडिएट कला वर्ग मे आशीष वर्मा तथा इंटरमीडिएट कृषि वर्ग में आदित्य कुमार को प्रदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य श्री जसवंत प्रताप सिंह ने किया। आज के कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में दिनेश कुमार सिंह प्रवक्ता/क्रीडा सचिव जितेंद्र पांडे बलवंत श्रीवास्तव आदि रहे, इसके अतिरिक्त राकेश सिंह जनार्दन गिरी डॉक्टर रीना सिंह डॉक्टर गीता सिंह डॉक्टर बबीता सिंह उमा माधवी सुनील सिंह महेंद्र राम सुनील जायसवाल राजेंद्र प्रसाद दिवाकर सिंह जीत लाल सुनील पांडे आदि सहित पूरा विद्यालय परिवार तथा बच्चों ने उपस्थित होकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए*।