यूपी के इन गांवों में बिटिया ब्याहने को नहीं हो रहा कोई तैयार, तो कुंवारों ने कर दिया चुनाव बहिष्कार का ऐलान, चौंकाने वाली है वजह
Category State-City
Publish Date: 13-03-2024
संजीव सिंह
बहराइच में कई गांवों के लोगों ने मोबाइल नेटवर्क न होने की वजह से लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान
बहराइच में एक ऐसा क्षेत्र है जहां 30 हजार से ज्यादा की आबादी मोबाइल के बिना अपना गुजारा कर रही है
आलम यह है कि अब इन गांवों में कोई भी अपने लड़के या लड़की की शादी को ही तैयार नहीं है
बहराइच. इस आपाधापी जिंदगी में लोंगो के लिए मोबाइल जरूरत का सामान बन गया है. लोग मोबाइल के जरिए बहुत सी चीजें घर बैठे हल कर ले रहे है. चाहे किसी को पैसा भेजना हो या किसी का हालचाल लेना हो, मोबाइल किसी न किसी रूप में हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन गया है. ऐसे में अगर किसी को मोबाइल न मिले तो क्या होगा? डिजिटल इंडिया के युग में तो मोबाइल को बिना देखे बच्चे खाना तक नही खाते. वहीं बहराइच में एक ऐसा क्षेत्र है जहां 30 हजार से ज्यादा की आबादी मोबाइल के बिना अपना गुजारा कर रही है. इस क्षेत्र में रह रहे लोगों से रिश्तेदारों ने भी दूरी बना ली है. इस क्षेत्र में कोई अपनी लड़का या लड़की की शादी करना भी पसंद नहीं कर रहा.
दरअसल, ये क्षेत्र बहराइच जनपद के मोतीपुर तहसील के इंडो-नेपाल बॉर्डर इलाके का है. इस इलाके में सरकार ने यहां रह रहे लोगों को योजनाए तो खूब दी, लेकिन संचार व्यवस्था न होने से ये दुनिया से कटे कटे से अपने आप को महसूस कर रहे है. नेटवर्क की समस्या को लेकर यहां के वाशिंदों ने प्रशासन को खूब पत्राचार किया, लेकिन समस्या के हल वाला जबाब इनको नहीं मिला. लगभग 30 हजार से ज्यादा की आबादी वाले इस क्षेत्र के लोगों ने अब यह ठाना है कि जब तक समस्या का हल नहीं हो जाता तब तक वे मतदान नहीं करेंगे. ग्रामीणों ने हाल ही में होने वाले लोकसभा चुनाव के बहिष्कार करने की घोषणा की है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक समस्या का हल नहीं हो जाता तब तक मतदान नहीं करेंगे.
लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार का ऐलान
वही इस क्षेत्र के गांव की बात करे तो बर्दिया,आमा, विशुनापुर, फ़क़ीरपुरी, बिछिया, रमपुरवा मटेही, भवानीपुर, कैलाश पुरी, भरथापुर में लगभग 30 हजार से ज्यादा ग्रामीण रहते हैं जो मोबाइल कनेक्टिविटी की समस्या जूझ रहे हैं. इन गांवों के ग्राम प्रधानों ने बसंतलाल, माधुरी, इकरार और श्यामलाल ने भी ग्रामीणों का साथ देते हुए इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया है.