जहानागंज में यज्ञ स्थल पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब,बह रही है भक्ति रस की अविरल धारा
Category Dharm
Publish Date: 04-05-2024
आजमगढ़। जहांनागंज क्षेत्र कादीपुर कोल्हू खोर गांव में श्री बजरंग सेवा समिति तथा शिव मंदिर सेवा समिति के तत्वाधान में श्री रुद्र महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ कथा के पांचवें दिन श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ पड़ी । श्रद्धालु यज्ञ मण्डप की परिक्रमा व संत महात्माओं द्वारा भजन कीर्तन प्रवचन का रसपान कर भक्ति रस से सरोबर हो रहें हैं। पूरा क्षेत्र भक्ति मय हो गया है। ध्वनि विस्तारक यंत्रों के बीच बैदिक मंत्रों से दिशाएं गूंज रही है।
यज्ञ में मथुरा वृंदावन से पधारे स्वामी चित्यप्रकाशानंद गिरी जी महाराज ने अपने कहा कि हमारे हिंदुस्तान में गोपालन का होना अनिवार्य है ।क्योंकि आजकल हम देख रहे हैं कि गांवों में भी गाय का गोबर मिलना दुश्वार हो गया। तो शहरों की क्या बात करें ।यहां तक की भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव ,नंदोत्सव के उपलक्ष में उन्होंने बताया कि नंद जी ने भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाते समय 2 लाख गायों का दान किया। इन्ही के संदर्भ में उन्होंने कहा कि एक गाय में सभी देवी, देवताओं का वास होता है ।गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास होता है। मूत्र में गंगा का वास होता है। इसी तरह से उन्होंने हर चीज का वर्णन किया। साथ ही साथ बताया कि जिस घर में गाय का पालन होता है वहां भगवान श्री कृष्णा स्वयं निवास करते हैं । इसलिए गाय का पालन होना बहुत जरूरी है। स्वामी जी ने यह भी बताया कोई भी धार्मिक कार्य करने से पहले पंचगव्य लेना आवश्यक है । बिना पंचगव्य के शरीर शुद्ध नहीं होता। जिसे यज्ञ अनुष्ठान अनुष्ठान इत्यादि करना है आजकल दुकानों पर गोमूत्र पंचगव्य मिलते हैं। जबकि वह हमारे घर प्राप्त हो सकता है ।इसलिए गृहस्थ आश्रम में रहने वाले हिंदुओं को गाय का पालन करना चाहिए।
मानस वक्ता डॉ मंगला सिंह ने सत्संग का महत्व बताते हुए कहा कि बिन सत्संग विवेक न होई। हमें सत्संग से बहुत कुछ जानने, सीखने का सुअवसर प्राप्त होता है। सत्संग भी योग्य लोगों के साथ करना चाहिए।जो
बिना योग्य गुरु ज्ञान के सम्भव नहीं है।
इस मौके पर पुजारी जंग बहादुर चौहान, रणजीत सिंह, अनूप चौहान, कृपाशंकर पाठक ,संतोष पाठक, डॉक्टर सुदीप सिंह, मुन्ना सिंह ,अजय सिंह आदि लोग मौजूद रहे।